कविता : अहसास

अहसास: प्रेम की एक कहानी"

रचना श्रीवास्तव

5/27/20231 min read

अधरों ने अधरों से

कहानी एक कही

साँसें भी साँसों से

अनजान न रहीं

धड़कनों ने धड़कनों का

प्रेमराग पहचाना

हृदय से हृदय का बंधन

हृदय ने जाना !

नैनों की ओट से छुप छुप

झाँकता रहा

दिल के घूँघट से एकटक

ताकता रहा

सुरमई रात का आँचल

थामता रहा

बादलों के साये से निकल

चाँद जागता रहा !

ख़्वाबों ने ख़्वाबों का

दामन थाम लिया

अहसासों की धूप खिली

प्रेम ही प्रेम बरसा किया

हँसके पवन ने पुष्पों का

मुख चूम लिया

झूमकर दिल ने कहा

प्रेम बिन जीवन है क्या !